आईएएस IAS और आईपीएस IPS में क्या अंतर है? पावर, जिम्मेदारी और चयन प्रक्रिया

भारत में आईएएस (IAS) और आईपीएस (IPS) दो सबसे प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण सरकारी पद हैं। ये दोनों पद किसी भी जिले के विकास और प्रशासन में अहम भूमिका निभाते हैं। जहां एक ओर आईएएस अधिकारी जिले के विकास और प्रशासनिक कार्यों की जिम्मेदारी संभालते हैं, वहीं आईपीएस अधिकारी कानून-व्यवस्था और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होते हैं। इस लेख में, हम आपको आईएएस और आईपीएस के बीच के अंतर, उनकी पावर, जिम्मेदारियों, चयन प्रक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण बातों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

आईएएस IAS और आईपीएस IPS क्या होता है?

1. आईएएस (IAS) Full Form

  • आईएएस का पूरा नाम इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (Indian Administrative Service) है।
  • यह भारत सरकार की सबसे प्रतिष्ठित सिविल सेवा है।
  • आईएएस अधिकारी जिले के विकास, प्रशासनिक कार्यों और नीतियों के क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
  • जिले में डीएम (District Magistrate) या कलेक्टर के रूप में आईएएस अधिकारी सबसे शक्तिशाली होते हैं।

2. आईपीएस (IPS) Full Form

  • आईपीएस का पूरा नाम इंडियन पुलिस सर्विस (Indian Police Service) है।
  • यह भारत सरकार की पुलिस सेवा है।
  • आईपीएस अधिकारी कानून-व्यवस्था, सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के लिए जिम्मेदार होते हैं।
  • जिले में एसएसपी (Senior Superintendent of Police) या पुलिस अधीक्षक के रूप में आईपीएस अधिकारी सबसे शक्तिशाली होते हैं।

आईएएस IAS और आईपीएस IPS में अंतर

1. चयन प्रक्रिया

  • आईएएस और आईपीएस दोनों का चयन यूपीएससी (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Examination) के माध्यम से होता है।
  • परीक्षा पास करने के बाद, उम्मीदवारों को उनकी रैंक और वरीयता के आधार पर आईएएस या आईपीएस आवंटित किया जाता है।
  • आईएएस बनने के बाद, उम्मीदवार फिर से सिविल सेवा परीक्षा नहीं दे सकता है, लेकिन आईपीएस बनने के बाद, उम्मीदवार फिर से परीक्षा दे सकता है।

2. कंट्रोलिंग अथॉरिटी

  • आईएएस अधिकारी की कंट्रोलिंग अथॉरिटी मिनिस्ट्री ऑफ पर्सनल (Ministry of Personnel) होती है, जो प्रधानमंत्री के अधीन कार्य करती है।
  • आईपीएस अधिकारी की कंट्रोलिंग अथॉरिटी होम मिनिस्ट्री (Ministry of Home Affairs) होती है, जो गृहमंत्री के अधीन कार्य करती है।

3. ट्रेनिंग

  • आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की शुरुआती तीन महीने की ट्रेनिंग लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकादमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA), मसूरी में होती है।
  • इसके बाद, आईपीएस अधिकारियों को सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी (SVPNPA), हैदराबाद में पुलिस ट्रेनिंग दी जाती है।
  • ट्रेनिंग के दौरान टॉप करने वाले उम्मीदवारों को मेडल और स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया जाता है।

4. यूनिफॉर्म और ड्रेस कोड

  • आईएएस अधिकारी के लिए कोई निर्धारित यूनिफॉर्म नहीं होती है, लेकिन उन्हें औपचारिक कपड़े पहनने होते हैं।
  • आईपीएस अधिकारी के लिए एक निर्धारित यूनिफॉर्म होती है, जो मौसम के अनुसार बदलती है।

5. प्रोटोकॉल

  • यदि एक आईएएस अधिकारी और आईपीएस अधिकारी एक साथ किसी मीटिंग में जाते हैं, तो आईपीएस अधिकारी को आईएएस अधिकारी को सल्यूट करना होता है, बशर्ते कि वह अपनी यूनिफॉर्म में हो।
  • यदि आईपीएस अधिकारी यूनिफॉर्म में नहीं है, तो उसे सल्यूट करने की आवश्यकता नहीं होती है।

आईएएस और आईपीएस की पावर और जिम्मेदारियां

1. आईएएस अधिकारी की पावर और जिम्मेदारियां

  • जिले में डीएम (District Magistrate) के रूप में आईएएस अधिकारी सबसे शक्तिशाली होते हैं।
  • उनके पास जिले के सभी विभागों की जिम्मेदारी होती है, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास, और प्रशासन।
  • पुलिस विभाग के अधिकारियों के ट्रांसफर और नियुक्ति पर भी आईएएस अधिकारी का नियंत्रण होता है।
  • वे कर्फ्यू और धारा 144 जैसे आदेश जारी कर सकते हैं।

2. आईपीएस अधिकारी की पावर और जिम्मेदारियां

  • जिले में एसएसपी (Senior Superintendent of Police) के रूप में आईपीएस अधिकारी सबसे शक्तिशाली होते हैं।
  • उनके पास कानून-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण और सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है।
  • वे पुलिस बल का नेतृत्व करते हैं और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं।

आईएएस और आईपीएस के टॉप पोस्ट

1. आईएएस अधिकारी के टॉप पोस्ट

  • राज्य स्तर पर: चीफ सेक्रेटरी
  • केंद्र स्तर पर: कैबिनेट सेक्रेटरी, होम सेक्रेटरी

2. आईपीएस अधिकारी के टॉप पोस्ट

  • राज्य स्तर पर: डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP)
  • केंद्र स्तर पर: सीबीआई डायरेक्टर, आईबी डायरेक्टर, रॉ डायरेक्टर, नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर

IAS or IPS Officer Salary

1. आईएएस अधिकारी की सैलरी

  • आईएएस अधिकारी की सैलरी ₹56,100 से ₹2,50,000 प्रति माह तक होती है, जो उनकी नियुक्ति और अनुभव पर निर्भर करती है।

2. आईपीएस अधिकारी की सैलरी

  • आईपीएस अधिकारी की सैलरी ₹56,100 से ₹2,25,000 प्रति माह तक होती है, जो उनकी नियुक्ति और अनुभव पर निर्भर करती है।

आईएएस और आईपीएस दोनों ही भारत सरकार के सबसे प्रतिष्ठित पद हैं, जो देश के विकास और सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आईएएस अधिकारी प्रशासनिक और विकासात्मक कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं, जबकि आईपीएस अधिकारी कानून-व्यवस्था और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होते हैं। दोनों पदों की अपनी अलग-अलग जिम्मेदारियां और शक्तियां हैं, लेकिन दोनों ही देश की प्रगति के लिए अहम हैं। यदि आप भी सिविल सेवा में जाना चाहते हैं, तो यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दें और अपने सपनों को साकार करें।

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