भारत ने अब अपने खतरनाक Laser Weapon से पर्दा उठा दिया है। यह हथियार दुश्मन के ड्रोन को आसमान में ही जलाकर राख कर देता है। डीआरडीओ (DRDO) द्वारा विकसित यह स्वदेशी लेजर डायरेक्टेड वेपन सिस्टम (LDWS) ने हाल ही में एक सफल परीक्षण किया|
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जिसमें इसने 5 किलोमीटर की दूरी से एक ड्रोन को निशाना बनाकर कुछ ही सेकंड में जला दिया। इस सफल परीक्षण के बाद भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जिनके पास ऐसी उन्नत लेजर तकनीक मौजूद है।
Laser Weapon क्या है और यह कैसे काम करता है?
Laser डायरेक्टेड वेपन सिस्टम (LDWS) एक उच्च-ऊर्जा लेजर बीम का उपयोग करता है, जो किसी भी लक्ष्य को ट्रैक करके उसे नष्ट कर देता है। यह हथियार इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकिरण (Electromagnetic Radiation) पर आधारित है, जो किसी भी वस्तु पर केंद्रित होकर उसे जला सकता है।
Laser Weapon के मुख्य फायदे:
- सटीक निशाना: लेजर बीम सीधे लक्ष्य पर केंद्रित होती है, जिससे गलती की संभावना नहीं रहती।
- तेज गति: यह प्रकाश की गति से काम करता है, जिससे दुश्मन को बचने का मौका नहीं मिलता।
- कम लागत: मिसाइलों की तुलना में लेजर शूट करने की लागत बहुत कम होती है।
- बिना आवाज के हमला: यह हथियार चुपचाप काम करता है, जिससे दुश्मन को पता भी नहीं चलता कि हमला कहाँ से हुआ।
भारत का लेजर हथियार कितना शक्तिशाली है?
भारत ने अभी तक 30 किलोवाट की क्षमता वाला लेजर हथियार विकसित किया है, जो 5 किलोमीटर तक के दायरे में ड्रोन, हेलीकॉप्टर और क्रूज मिसाइलों को नष्ट कर सकता है। लेकिन डीआरडीओ अब 300 किलोवाट की क्षमता वाले लेजर हथियार पर काम कर रहा है, जो 20 किलोमीटर तक के दायरे में किसी भी हवाई खतरे को खत्म कर देगा।
भविष्य की योजनाएँ:
- सैटेलाइट नष्ट करने की क्षमता: भारत अगले कुछ वर्षों में ऐसा लेजर हथियार बना लेगा, जो दुश्मन के सैटेलाइट्स को भी निशाना बना सकेगा।
- माइक्रोवेव हथियारों का विकास: लेजर के साथ-साथ भारत माइक्रोवेव वेपन सिस्टम (Microwave Weapon System) पर भी काम कर रहा है, जो एक साथ कई लक्ष्यों को नष्ट कर सकता है।
दुनिया के अन्य देशों के Laser Weapon
देश | लेजर हथियार का नाम | शक्ति | रेंज |
---|---|---|---|
रूस | पेरिसवियत (Peresvet) | 50-100 kW | 5-15 km |
अमेरिका | एक्सएन-1 लेजर (XN-1 Laser) | 150 kW | 10-20 km |
चीन | साइलेंट हंटर (Silent Hunter) | 30-50 kW | 4-10 km |
इजराइल | आयरन बीन (Iron Beam) | 100 kW | 7-12 km |
भारत | DRDO Laser Weapon | 30 kW (भविष्य में 300 kW) | 5 km (भविष्य में 20 km) |
लेजर vs माइक्रोवेव हथियार – क्या अंतर है?
Laser Weapon:
- यह एक केंद्रित प्रकाश किरण (Concentrated Light Beam) होती है।
- एक बार में केवल एक लक्ष्य को नष्ट कर सकता है।
- मिसाइल, ड्रोन और हेलीकॉप्टर जैसे हवाई खतरों के लिए प्रभावी।
माइक्रोवेव हथियार:
- यह इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगों (Electromagnetic Waves) का उपयोग करता है।
- एक साथ कई लक्ष्यों को नष्ट कर सकता है।
- दुश्मन के इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को निष्क्रिय कर देता है।
भारत की रक्षा क्षमता में बड़ा उछाल
भारत का लेजर डायरेक्टेड वेपन सिस्टम देश की रक्षा क्षमता को एक नए स्तर पर ले जाएगा। यह हथियार न केवल ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम है, बल्कि भविष्य में यह दुश्मन के सैटेलाइट्स को भी टारगेट कर सकेगा। इसके साथ ही, माइक्रोवेव हथियारों का विकास भारत को एक संपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (Electronic Warfare) ताकत बना देगा।
अब भारत अमेरिका, रूस, चीन और इजराइल जैसे देशों की कतार में खड़ा हो चुका है, जिनके पास लेजर और माइक्रोवेव जैसे उन्नत हथियार मौजूद हैं। यह तकनीक न केवल भारत की सुरक्षा को मजबूत करेगी, बल्कि दुश्मन देशों के लिए एक बड़ा चेतावनी संकेत भी है।