भारत सरकार ने हाल ही में संसद में एक New Income Tax Bill पेश किया है, जो 1961 के छह दशक पुराने इनकम टैक्स एक्ट को बदलने जा रहा है। यह बिल 622 पन्नों का एक व्यापक दस्तावेज है, जिसमें 23 अध्याय, 16 शेड्यूल और 536 क्लॉज शामिल हैं। इस बिल का मुख्य उद्देश्य टैक्स प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाना है। आइए, इस बिल के प्रमुख पहलुओं को विस्तार से समझते हैं।
New Income Tax Bill 2025 की मुख्य विशेषताएं
1. टैक्स सिस्टम को सरल बनाना
New Income Tax Bill का फोकस टैक्स प्रणाली को आसान और समझने योग्य बनाने पर है। इसमें “टैक्स यर” जैसी सरल शब्दावली का उपयोग किया गया है। साथ ही, टैक्सपेयर्स के लिए एक नया “टैक्स पेयर चार्टर” पेश किया गया है, जो उनके अधिकारों और कर्तव्यों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करेगा।
2. New Income Tax Bill स्ट्रक्चर
इस बिल में व्यक्तियों, हिंदू अविभाजित परिवारों (HUF), और अन्य टैक्सपेयर्स के लिए एक नया टैक्स स्ट्रक्चर प्रस्तावित है। इस सिस्टम को एक बार अपनाने के बाद, इसे छोड़ा नहीं जा सकता (कुछ अपवादों को छोड़कर)। नए सिस्टम में टैक्सपेयर्स को कम टैक्स दर का विकल्प मिलेगा, लेकिन इसके बदले में कुछ छूट और कटौती होंगी।
3. क्रिप्टो करेंसी और डिजिटल संपत्ति पर टैक्स
नए बिल में क्रिप्टो करेंसी और डिजिटल संपत्तियों (जैसे NFT) पर सख्त टैक्स प्रावधान किए गए हैं। इन पर 30% टैक्स लगेगा, और किसी भी तरह की कटौती या छूट नहीं मिलेगी। इसके अलावा, डिजिटल लेनदेन को ट्रैक करने के लिए 1% TDS लागू रहेगा।
4. सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और फ्रीलांसर्स के लिए टैक्स
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स, यूट्यूबर्स और फ्रीलांसर्स के लिए विशेष टैक्स प्रावधान किए गए हैं। ब्रांड्स की तरफ से मिलने वाले गिफ्ट्स (जैसे कार, मोबाइल, और अन्य लग्जरी आइटम्स) पर TDS काटा जाएगा। इन्फ्लुएंसर्स की इनकम को बिजनेस इनकम माना जाएगा, और ब्रांड पार्टनरशिप से होने वाली इनकम पर भी टैक्स लगेगा।
5. टैक्स अधिकारियों की शक्तियों में वृद्धि
नए बिल के तहत, टैक्स अधिकारियों को टैक्स सर्च और जब्ती की अधिक शक्तियां मिलेंगी। अब इनकम टैक्स विभाग को संदेह की वजह बताने की जरूरत नहीं होगी। इसके अलावा, टैक्स देरी से भरने पर हर महीने 1% ब्याज और ₹5,000 तक का जुर्माना लगेगा।
6. एडवांस टैक्स का नया प्रावधान
नए बिल के तहत, एडवांस टैक्स अब चार किश्तों में देना होगा। यह कदम टैक्सपेयर्स के लिए भुगतान प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए उठाया गया है।
New Income Tax Bill का उद्देश्य
सरकार का मुख्य उद्देश्य टैक्स प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाना है। साथ ही, डिजिटल लेनदेन और क्रिप्टो करेंसी जैसे नए क्षेत्रों पर सख्त नियंत्रण लगाना है। इसके अलावा, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और फ्रीलांसर्स जैसे नए पेशेवरों को टैक्स सिस्टम में शामिल करना भी इस बिल का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है।
New Income Tax Bill से जुड़े FAQs
1. New Income Tax Bill कब लागू होगा?
New Income Tax Bill 2025 में लागू होने की उम्मीद है। हालांकि, इसे संसद की मंजूरी मिलने के बाद ही अंतिम रूप दिया जाएगा।
2. क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स कितना लगेगा?
क्रिप्टो करेंसी और डिजिटल संपत्तियों पर 30% टैक्स लगेगा, और किसी भी तरह की कटौती या छूट नहीं मिलेगी।
3. सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को ब्रांड्स से मिलने वाले गिफ्ट्स पर टैक्स देना होगा। इसके अलावा, उनकी इनकम को बिजनेस इनकम माना जाएगा, जिस पर टैक्स लगेगा।
4. New Income Tax Bill में टैक्सपेयर्स को क्या लाभ मिलेगा?
नए बिल में टैक्सपेयर्स को सरल और पारदर्शी टैक्स प्रणाली का लाभ मिलेगा। साथ ही, कम टैक्स दर का विकल्प भी उपलब्ध होगा।
5. टैक्स देरी से भरने पर क्या होगा?
टैक्स देरी से भरने पर हर महीने 1% ब्याज और ₹5,000 तक का जुर्माना लगेगा।
नया इनकम टैक्स बिल 2025 भारत के टैक्स सिस्टम में एक बड़ा बदलाव लाने जा रहा है। यह बिल टैक्स प्रणाली को सरल बनाने, डिजिटल लेनदेन पर नियंत्रण रखने और नए पेशेवरों को टैक्स सिस्टम में शामिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, इसके कुछ प्रावधानों पर बहस जारी है, लेकिन यह स्पष्ट है कि सरकार टैक्स सिस्टम को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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