Quick Loan AppsQuick Loan Apps

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अचानक पैसों की जरूरत पड़ने पर लोग बैंकों या रिश्तेदारों की बजाय Quick Loan Apps की तरफ भागते हैं। ये ऐप्स आकर्षक वादे करते हैं—“बिना दस्तावेज़, 5 मिनट में Loan!” लेकिन असलियत में, ये ऐप्स कर्जदारों को भारी ब्याज दरों, धमकियों और साइबर ठगी के जाल में फंसा देते हैं।

इस आर्टिकल में हम जानेंगे:

  • कैसे काम करते हैं ये फर्जी लोन ऐप्स?
  • किन तरीकों से ठगी करते हैं ये ऐप्स?
  • सरकार और Google की कार्रवाई क्या है?
  • खुद को कैसे बचाएं?

1. Quick Loan Apps का खतरनाक बिजनेस मॉडल

(क) Quick Loan Apps लालच देकर फंसाना

  • ये ऐप्स सोशल मीडिया और गूगल प्ले स्टोर पर “बिना CIBIL चेक, तुरंत लोन” के झूठे विज्ञापन दिखाते हैं।
  • उदाहरण: “10,000 रुपये का लोन, बस आधार कार्ड और सेल्फी भेजो!”

(ख) Quick Loan Apps गैरकानूनी ब्याज दरें (100% से 500% तक!)

  • RBI के नियमों के अनुसार, किसी भी लोन पर सालाना ब्याज 24-36% से ज्यादा नहीं होना चाहिए
  • लेकिन इन ऐप्स पर 10,000 रुपये के लोन पर 15 दिन में 5,000 रुपये ब्याज तक वसूला जाता है।

(ग) Quick Loan Apps पर्सनल डेटा की चोरी

  • ये ऐप्स आपके कॉन्टैक्ट्स, गैलरी, बैंक डिटेल्स और लोकेशन तक की एक्सेस मांगते हैं।
  • अगर आप EMI नहीं भर पाते, तो आपके रिश्तेदारों को धमकी भरे मैसेज और कॉल करने लगते हैं।

2. कैसे करते हैं ये Quick Loan Apps ठगी? (Real-Life Cases)

(क) केस 1: धमकियों से परेशान होकर की आत्महत्या

  • 2023 में, मुंबई के एक युवक ने 50,000 रुपये का Quick Loan लिया।
  • 2 महीने में यह रकम 2 लाख रुपये हो गई। ऐप वालों ने उसके परिवार और दोस्तों को अश्लील मैसेज भेजे
  • शर्मिंदगी से तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली।

(ख) केस 2: फोटो एडिट करके ब्लैकमेल

  • दिल्ली की एक महिला ने 20,000 रुपये का लोन लिया।
  • ऐप वालों ने उसकी गैलरी से फोटो चुराकर उसे मॉर्फ करवाया और ₹1 लाख की मांग की।

(ग) केस 3: फर्जी कानूनी नोटिस

  • हैदराबाद के एक व्यक्ति को झूठी कोर्ट नोटिस भेजी गई, जिसमें “3 दिन में पैसा नहीं दिया तो जेल” की धमकी दी गई।

3. सरकार और गूगल की कार्रवाई

(क) गूगल ने 2,200+ फर्जी ऐप्स हटाए

  • सितंबर 2022 से अगस्त 2023 के बीच, Google ने 2,200 से ज्यादा अनअप्रूव्ड लोन ऐप्स प्ले स्टोर से डिलीट किए।
  • लेकिन हर हफ्ते नए नाम से नए ऐप्स आ जाते हैं।

(ख) RBI की चेतावनी Quick Loan Apps

  • RBI ने चेतावनी जारी कर कहा है कि केवल RBI-रेगुलेटेड NBFCs और बैंकों से ही लोन लें।
  • “डिजिटल लेंडिंग गाइडलाइन्स 2022” के तहत, किसी भी ऐप को आपके कॉन्टैक्ट्स तक पहुंचने की इजाजत नहीं है।

(ग) साइबर पुलिस की शिकायत

  • अगर आप ऐसे ऐप्स का शिकार बन चुके हैं, तो https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।

4. खुद को कैसे बचाएं? (Safety Tips)

(क) RBI-अप्रूव्ड ऐप्स ही इस्तेमाल करें

  • असली ऐप्स की लिस्ट यहाँ चेक करें: RBI Registered NBFCs
  • उदाहरण: KreditBee, MoneyTap, EarlySalary (लेकिन इन पर भी ब्याज दरें चेक करें)।

(ख) परमिशन्स पर नजर रखें

  • अगर कोई ऐप आपके कॉन्टैक्ट्स, मैसेज या गैलरी की एक्सेस मांगे, तो तुरंत रद्द करें।

(ग) विकल्पों को तलाशें

  • बैंक पर्सनल लोन: SBI, HDFC जैसे बैंक 10-15% ब्याज पर लोन देते हैं।
  • गोल्ड लोन: सोने पर कम ब्याज (7-12%) में लोन मिल सकता है।

(घ) फ्रॉड होने पर क्या करें?

  1. ऐप को तुरंत अनइंस्टॉल करें।
  2. बैंक को फोन करके ट्रांजैक्शन ब्लॉक करवाएं।
  3. साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।

सतर्कता ही बचाव है!

Quick Loan Apps का लालच देखकर कभी भी बिना RBI रेगुलेशन वाले ऐप्स से लोन न लें। अगर आप या आपका कोई जानकार ऐसे ऐप्स का शिकार बन चुका है, तो तुरंत साइबर सेल में रिपोर्ट करें। याद रखें—“आसान लोन” की कोई चीज़ नहीं होती!

By Admin

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